सुर्ख़ियों में:-
- हाल ही में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने कृषि वर्ष 2023-24 सीजन के लिए कच्चे जूट के न्यूनतम समर्थन मूल्य को मंजूरी दी है।
- कृषि वर्ष 2023-24 सीजन के लिए कच्चे जूट का एमएसपी 5050 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
- यह मंजूरी, कृषि लागत और मूल्य आयोग की सिफारिशों पर आधारित है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य:-
- यह कृषि के सन्दर्भ में महत्त्वपूर्ण अवधारणा है जो किसी फसल/उपज के क्रय के सन्दर्भ में किसनों कों न्यूनतम कीमत की सुरक्षा प्रदान करती है जिससे किसानों को अपनी उपज को बाजार जोखिम के प्रति सुरक्षा मिलती है।
- लागू– एम.एस.पी. को लक्ष्मीकांत झा समिति की सिफारिशों पर वर्ष 1965 में।
- सिफारिशों– कृषि लागत एवं मूल्य आयोग
- मंजूरी– आर्थिक मामलों की मंत्रिमण्डलीय समिति
- घोषणा– फसलों की बुवाई से पहले
- वर्तमान में सरकार द्वारा कुल 22 फसलों (14 खरीफ, 6 रबी व 2 वाणिज्यिक फसल) के लिए एमएसपी की घोषणा की जाती है जो निम्न है-
- अनाज फसलें– धान, गेहूं, बाजरा, मक्का, ज्वार, रागी, जौ.
- दालें– चना, अरहर, मूंग, उड़द, मसूर
- ऑयलसीड– मूंग, सोयाबीन, सरसों, सूरजमुखी, तिल, नाइजर या काला तिल, कुसुम
- अन्य फसल– कपास, जूट, नारियल
न्यूनतम समर्थन मूल्य के सन्दर्भ में लागत:-
- A2 लागत– प्रत्यक्ष व्यय (बीज, उर्वरकों, कीटनाशकों, श्रम, पट्टे पर ली गई भूमि, ईंधन, सिंचाई व्यय) को A2 लागत के रूप में रखा जाता है।
- A2+FL लागत– A2+ पारिवारिक श्रम
- C2 लागत- A2+FL+ भूमि और अचल संपत्ति का किराया व ब्याज
Join please
Applink https://play.google.com/store/apps/details?id=com.samyakias.samyak&hl=en_IN&gl=US
Website– https://www.samyakias.com/
Youtube– https://www.youtube.com/samyakcivilservices
Download the PDF and Subscribe to Telegram– https://t.me/samyakiasjaipur
